मुस्लिम धर्म कितना पुराना है | Islam Dharm Kitna Purana Hai?

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क्या आप इसलाम धर्म के बारें में सच्चाई जानना चाहते हैं? या फिर इसलाम धर्म के बारें में ऐसी चीज़े जानना चाहते हैं जो किसी को नहीं पता। तो इस लेख को अन्त तक ज़रूर पढ़े। इस लेख में हम आपको islam dharm kitna purana hai बताएगें और साथ ही साथ islam dharm की उत्पत्ति कहां से हुई, islam dharm का विकास कैसे हुआ, अन्य धर्मो पर islam dharm का प्रभाव क्या पड़ता है व आदि चीज़ें बताएगें।

मुस्लिम धर्म कितना पुराना है? islam dharm kitna purana hai

इस्लाम धर्म बहुत पुराना धर्म है। जिसकी शुरुआत 7वीं सदी में हुई थी। यह धर्म अरब देश में सबसे पहले आया था। जहां पैगंबर मोहम्मद ने इसे फैलाना शुरू किया था। उनसे पहले अल्लाह ने आदम अलयहीसलाम और उनकी बीवी हव्वा को दुनिया में भेजा था। उनही दोनों के द्वारा मुसलमान लोग पैदा हुए और मुस्लिम धर्म फैलने लगा।

पैगंबर मोहम्मद को अल्लाह द्वारा “वही” भेजी जाती थी। जिसके द्वारा ही पैगंबर मोहम्मद अपना सारा कार्य करते थे। “वही” एक फ़रिश्ते के द्वारा आती थी। जिनका नाम जिबरील था। क़ुरान शरीफ इस्लाम का सबसे प्रमुख ग्रंथ है। जिसमें अल्लाह की भेजी हुई मुख्य शिक्षाएं, इस्लामी सिद्धांतों, जिवन को जीने की सीख और हर एक परेशानी का हल दिया गया है।

इसके साथ ही, इस्लाम में हदीस नाम का ग्रंथ भी है। जिसमें पैगंबर मोहम्मद के वचन, कर्म, आदेश, पहले की घटनाएं और कुरान को समझने के लिए भी उपदेश दिए गए हैं। इस्लाम धर्म का प्रचार व विस्तार धीरे-धीरे अरब देशों से बाहर के देशों में आने लगा। और आज यह धर्म दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला धर्म माना जाता है।

islam dharm की उत्पत्ति कहां से हुई?

इस्लाम धर्म की उत्पत्ति Arabian Peninsula में 7वीं सदी में हुई थी। पैगंबर मोहम्मद के द्वारा इस्लाम का प्रचार और घोषणा हुई। उनके द्वारा इस्लाम के विचार, अच्छी बातें व उनके उपदेशों के आधार पर यह धर्म विकसित हुआ और आगे फैलने लगा।

इस्लाम धर्म के महत्वपूर्ण धार्मिक प्रमुखताएं पांच है। पहला है शहादत जिसका मतलब होता है कि एक खुदा में विश्वास करना और एक ही खुदा को मानना। दुसरा है सलात जिसका मतलब होता है कि पाँचो समय की नमाज़ पढ़ना। तीसरा है रोज़ा जिसका मतलब होता है कि उपवास रखना या वर्त रखना। चौथा है ज़कात देना जिसका मतलब होता है कि अपनी कमाई से हर साल कुछ प्रतिशत की कमाई गरीबों को देना। और पाँचवा है हज्ज करना जिसका मतलब होता है कि मक्का की यात्रा करना।

इस्लाम का मुख्य धर्मग्रंथ कुरान है। जिसमें अल्लाह ने हमें शिक्षा, जानकारी और ज़िन्दगी की हर मुश्किल से बचने का हल दिया है। इस्लाम का दूसरा मुख्य ग्रंथ हदीस है। जिसको पढ़के आप कुरान को और ज़्यादा अच्छे से समझ पाएंगे और साथ ही साथ पैगंबर मोहम्मद के आदेशों को भी जान पाएंगे।

islam dharm का विकास?

इस्लाम धर्म का विकास निम्नलिखित के द्वारा हुआ।

  • पैगंबर मोहम्मद ने मक्का और मदीना में अपने उपदेश दिए जिनमें उन्होंने एकता, संघर्ष, शांति व सच्चाई की बातें बताई। और साथ ही साथ अल्लाह की बाते बताते थे।
  • पैगंबर मोहम्मद के उपदेशों का प्रचार करने वाले और अपने जीवन में उनके आदेशों को अपनाने वाले लोगों को “सहाबी” कहा जाता है। सहाबी मुहम्मद के उपदेशों को स्वीकार करते थे और वैसे ही अपना पूरा जीवन व्यतीत करते थे।
  • पैगंबर मोहम्मद की मृत्यु के बाद, एक साम्राज्यिक व्यवस्था के रूप में कालिज सिस्टम विकसित हुआ, जिसमें Caliph नामक नेता इस्लामिक समुदाय के साम्राज्यिक और धार्मिक नेतृत्व का दायित्व संभालता था। और इस्लाम धर्म का प्रचार करता था।
  • 8वीं और 9वीं सदी में ईरानी और अंदलुसी लोगों द्वारा इस्लामी धर्म फ़ैला। उन्होंने Islamic philosophy, history और साथ ही साथ धार्मिक विचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
  • अरबी भाषा में लिखी गई किताबें अब अन्य भाषाओं में अनुवादित होकर विश्व में प्रसारित हो रही है। और लोगों को इस्लाम धर्म के बारें में जानकारी दे रही है।

अन्य धर्मो पर islam dharm का प्रभाव

अन्य धर्मों पर इस्लाम धर्म का प्रभाव धर्मांतरण और भूमि प्रवास के माध्यम से पड़ रहा है। आज के समय में मुसलमान दुनिया भर में फैल गए है और बहुत सारे लोगों को भी इस्लाम में परिवर्तित कर दिया है। जिसकी वजह से समाज में हमें कई बदलाव देखने को मिलते हैं।

कुरान इस्लाम धर्म की एक लोकप्रिय किताब है। जिसके अनुसार सभी इन्सानो को सिर्फ एक अल्लाह ही की इबादत करने के लिए पैदा किया गया है।

सभी धर्म इस्लाम धर्म से कुछ हद तक अलग होते है। इस्लाम धर्म में मुसलमानों को अल्लाह पर यकीन व विश्वास होता है। इसी वजह से वो अल्लाह की इबादत करते है। वहीं दूसरी ओर ज़्यादा तर धर्म ऐसे होते है जिसमें ऊपर वाले की कोई तसवीर होती है और वो लोग उसी को पूजते है।

कुरान क्या है

कुरान ईस्लाम धर्म की पवित्र किताब है। यह मुस्लिम धर्म का प्रमुख लेख है। जिसमें अल्लाह के प्रत्येक वचनों को बताये गया है। कुरान पैगंबर मोहम्मद के माध्यम से मदीना और मक्का में आया। यह अरबी भाषा में लिखा गया है। और इसमे 114 सूरतों यानि कि 114 chapters है।

कुरान अल्लाह के संदेशों का संग्रह है। कुरान में जीवन के तरह-तरह के पहलू, धर्मिक नीतियों, मानवीय संबंधों, न्याय, कर्म, प्रेम, समझौता और आत्मविश्वास जैसे विषयों पर बात की गई है। और साथ ही साथ हर एक मुश्किल का हल भी बताया गया है। कुरान को अच्छे से समझने के लिए हदीस का इस्तेमाल किया जाता है। हदीस मुसलमानों की दूसरी प्रमुख किताब है।

Islam dharm किन पांच चीज़ों पर आधारित है

इस्लाम धर्म पाँच मूल सिद्धांतों पर आधारित है। जो आपको निम्नलिखित है।

  • ईमान- ईमान का मतलब होता है कि सिर्फ एक अल्लाह पर विश्वास करना। और सिर्फ अल्लाह की इबादत करना।
  • सलात- सलात मतलब होता है नमाज़। जो मुसलमान प्रतिदिन पाँच बार पढ़ते है। नमाज़ मुसलमानों और अल्लाह के बीच बातचीत करने का एक माध्यम होता है।
  • ज़कात- मुसलमानों को हर साल अपनी माली संपत्ति का एक निश्चित हिस्सा गरीबों, कमज़ोर व्यक्तियों व गरीब रिश्तेदारों को देना होता है। इसी को ज़कात कहते है।
  • सौम- सौम का मतलब होता है रोज़ा, व्रत या उपवास रखना। इसमें मुसलमान दिनभर न कुछ खाते है न कुछ पीते हैं और साथ ही साथ बुरीई से भी दुर रहते है।
  • हज- हज की यात्रा होती है। जिसमें मुसलमानों को मक्का में जाने और खाना काबा के आस-पास घूमने का मौका मिलता है। जो मुसलमान अमीर होते है उसके उपर हज करना फर्ज़ होता है।

भारत में इस्लाम कब आया है?

इस्लाम का प्रारंभ भारत में 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था। इस्लाम का भारत में पहला प्रवेश अरबी व्यापारियों के माध्यम से हुआ था। इसके बाद इस्लाम उत्तर भारतीय तटों, गंगा नदी के निकटस्थ इलाकों और दक्षिणी भारत में फैलना शुरू हो गया।

भारत में इस्लाम का फैलाव व प्रभाव दिल्ली सल्तनत और (1206-1526) मुग़ल साम्राज्य (1526-1857) के समय में हुआ था। इस्लाम का प्रसार व संघर्ष स्वतंत्रता संग्राम (1857-1947) के दौरान भी जारी रहा। अब तक इस्लाम भारत में सबसे ज़्यादा तेज़ी से बढ़ने वाला और प्रमुख धर्म है।

मुस्लिम धर्म की स्थापना कब और कैसे हुई?

मुस्लिम धर्म की स्थापना 7वीं सदी में हुई थी। पैगंबर मोहम्मद 570 ईस्वी में मक्का शहर में जन्मे थे। जब पैगंबर मोहम्मद समझदार हुए तो अपने संदेश को मक्का और मदीना के लोगों तक पहुंचाने लगे।

610 ईस्वी में जब पैगंबर मोहम्मद 40 वर्ष के थे तो उनपर “वही” नाजिल हुई। जो जिब्रील के द्वारा आती थी। जिसमें अल्लाह द्वारा संदेश होते थे। पैगंबर मोहम्मद सभी लोगों को ईस्लाम धर्म का पालन करना सिखाते थे। और धीरे-धीरे करके वहां के लोग इस्लाम धर्म को मानने लगे। और फिर सभी लोग मिलके इस्लाम धर्म को फैलाने लगे।

इसलाम धर्म से पहले कौन सा धर्म था ?

इस्लाम धर्म से पहले कई सारे धर्म थे। जैसे कि-

  • हिंदू धर्म- हिंदू धर्म भारत का सबसे पुराना और प्रमुख धर्म है।  इसमे आध्यात्मिकता, कर्म, ध्यान, योग और दान-पुण्य के माध्यम से मुक्ति की प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। हिंदू धर्म की प्रमुख पुस्तकें वेद, उपनिषद, पुराण और भगवद्गीता है।
  • बौद्ध धर्म- बौद्ध धर्म, गौतम बुद्ध द्वारा बोधिसत्व के रूप में प्रकट होने के बाद स्थापित किया गया था। इस धर्म के चार महासत्य मूल है। जैसे कि दुख, उत्पद,निरोध और मार्ग।
  • जैन धर्म- जैन धर्म, वर्षा महावीर जैन द्वारा स्थापित किया गया था। यह धर्म अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और सत्य के प्रति आचरण का महत्व बताता है। जैन धर्म में अच्छे कर्मों को करने के लिए ज़्यादा ज़ोर दिया जाता है।
  • सिख धर्म– यह धर्म गुरु नानक देव जी के द्वारा स्थापित किया गया था। यह धर्म एकेश्वरवाद और समानता के मूल सिद्धांतों पर आधारित है। इस धर्म की प्रमुख पुस्तक गुरु ग्रंथ साहिब है।
  • यहूदी धर्म- यह धर्म बाइबल पर आधारित है। यह धर्म मोसेस के द्वारा दिए गए मूल संहिताओं, मिशन और तल्मूद के माध्यम से शिक्षा और निर्देश प्रदान करता है।

islam dharm से जुड़े कुछ तथ्य?

  • मुसलमान केवल अल्लाह पर ही विश्वास रखते है और पैगंबर मोहम्मद को आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण नबी मानते हैं।
  • क़ुरान इस्लामी धर्म की पवित्र किताब है। इसमे इस्लाम धर्म से जुड़ी हर जानकारी होती है और साथ ही साथ हर परेशानी का हल भी इस किताब में दिया गया है। जिसे Islamic law कहा जा सकता है।
  • इस्लाम के पाँच पिल्लर्स होते है। शहादत, सलात, रोज़ा, ज़कात और हज्ज।
  • उम्मत शब्द का अर्थ होता है “समुदाय” या “संघ”। इस्लाम में उम्मत शब्द का इस्तेमाल मुसलमान समुदाय के लिए होता है। जो सभी मुसलमानों को एकजुट करता है। यानि इस्लाम धर्म की unity को बताता है।
  • इस्लाम में जनाज़ा उसे कहते है जब कोई इन्सान मर जाता है। जब कोई मुसलमान मर जाता है, तो उसका शव तुरंत दफनाया जाता है। और उसके लिए जनाज़े की नमाज़ भी पढ़ी जाती है।
video credit:- Nihal Classes

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल? (FAQs)

Q. दुनिया में इस्लाम कितने साल पुराना है?

दुनिया में इस्लाम लगभग 1474 वर्ष पुराना है। और इसमें तरह-तरह के सामाजिक- राजनीतिक विकास शामिल हैं।

Q. कौन सा धर्म पुराना है हिन्दू या इस्लाम?

हिंदू धर्म को दुनिया का सबसे पुराना धर्म माना जाता है।

Q. भारत में इस्लाम कितने साल पुराना है?

भारत में इस्लाम 7वी शताब्दी में आया था। तब ही से भारत में इस्लाम धर्म तेज़ी से फैलने लगा।

Q. पृथ्वी पर पहला मुस्लिम व्यक्ति कौन था?

पृथ्वी पर पहले मुस्लिम आदम अलयहीसलाम और उनकी बीवी हव्वा थी।

Q. विश्व का पहला धर्म कौन सा है?

हिंदू धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है। जिसमें संपूर्ण धर्मग्रंथ 3,000 साल पुराने हैं।

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निष्कर्ष

तो दोस्तों आज के इस लेख में आप सभी ने islam dharm kitna purana hai जाना। और साथ ही साथ साथ islam dharm की उत्पत्ति कहां से हुई, islam dharm का विकास कैसे हुआ, अन्य धर्मो पर islam dharm का प्रभाव क्या पड़ता है व आदि चीज़ें जानी।

आशा करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा और साथ ही साथ islam dharm के बारे में आपको बहुत कुछ जानने को मिला होगा।

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